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बिहार शिक्षक भर्ती: बिहार के सुपौल में डिग्री कॉलेज चौक पर सोमवार को नए शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2023 के विरोध में कई लोगों ने धरना दिया। आरोपित दिलीप कुमार की अध्यक्षता में धरना कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि 17 साल से प्रतिबंधित शिक्षक जो कई बार परीक्षा से गुजरे हैं, उसे फिर से परीक्षा लेना सरकार के तानाशाही को उजागर कर रहा है। सरकार की यह वाणी है कि मध्यम वर्ग एवम एक वर्ग के बच्चे जो सरकारी स्कूलों में यह बात रखते हैं कि शिक्षा से सर्वोच्च प्राथमिकता के तहत उनका एक साजिश है। शिक्षकों की मुख्य मांग है कि पुरानी योजना शिक्षकों को बिना शर्त राज कर्मियों का स्तर दिया गया। धराना कार्यक्रम में शामिल सभी सॉकेट ने अपनी बात रखी।
जिस जिला सचिव डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद यादव, अनुमंडल सचिव सुमन सौरव, अनुमंडल अध्यक्ष बीरेंद्र कुमार योग्यता सुधीर कुमार यादव प्रसाद यादव वरीय शिक्षक श्रवण कुमार यादव, सौरभ मिश्रा, संजीव कुमार सुमन शैलेंद्र कुमार सुधांशु, शंभु पाण्डे, मुनीश, दिलीप दिनकर, ललित कुमार , बमभोला, भगवान यादव, बिरेंद प्रताप, कल्याण कुमार, त्रिभुवन कुमार, जावेद आलम, सुनील कुमार, शमशाद आलम, रमेश राजन, सुरेन्द सरोज, श्रुति कुमारी, विजय कुमार, कुमार मुकेश, अजय कुमार, तरुण निश्चल, मीडिया प्रभार समी उल्लाह अशरफी , मनोज कुमार, सूर्य कुमार सुमन, सुनील कुमार, सुधीर कुमार, नीतीश कुमार, योगेंद्र कुमार योगेश, सुबीर कुमार, बुधदेव पासवान, बसंत कुमार, अंजली सुमन, शम्स तबरेज अमर दीप कुमार सौरव सुमन अर्जुन चौधरी विभूति सिंह जय मेहता सुजीत आदि शिक्षक उपस्थित रहे।