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बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा नहीं देनी होगी। जो नियोजित शिक्षक नई जगह पर योगदान नहीं देंगे और अपनी पुरानी जगह पर बने रहना चाहते हैं, उनपर यह नियम लागू होगा। इसको लेकर शिक्षा विभाग में सहमति बन गई है और जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी किया जाएगा।
मालूम हो कि नियोजित शिक्षकों को बीपीएससी से पास अभ्यर्थियों की तर्ज पर सारी सुविधाएं देने के लिए सक्षमता परीक्षा लेने का निर्णय विभाग ने लिया है। इसकी नियमावली पर कैबिनेट की स्वीकृति लेने की कवायद चल रही है। नियमावली में कहा गया है कि नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद विशिष्ट शिक्षक बनेंगे और उनका जिला संवर्ग हो जाएगा। विशिष्ट शिक्षक बनने के बाद उनका वेतनमान भी बीपीएससी से बहाल शिक्षकों की तरह हो जाएगा। साथ ही अन्य सुविधाएं भी मिलने लगेंगी।
अब सहमति बनी है कि जो शिक्षक बीपीएससी से पास हैं और पूर्व की तरह अपने नियोजन वाली जगह पर ही बने रहना चाहते हैं, उन्हें विशिष्ट शिक्षक बनने के लिए सक्षमता परीक्षा नहीं देनी होगी। बीपीएससी से एक लाख 20 हजार 336 शिक्षक चयनित हुए हैं। इनमें 28,800 नियोजित शिक्षक शामिल हैं। जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार करीब एक लाख दस हजार अभ्यर्थियों ने औपबंधिक नियुक्तिपत्र प्राप्त किया है। इस तरह करीब दस हजार चयनित शिक्षकों ने औपबंधिक नियुक्तिपत्र प्राप्त नहीं किया है। माना जा रहा है कि इन दस हजार में अधिकांश वहीं हैं, जो पूर्व से नियोजित हैं और अपनी पुरानी जगह पर बना रहना चाहते हैं। इसलिए इन्होंने औपबंधिक नियुक्तिपत्र प्राप्त नहीं किया है।
शिक्षकों के वायरल डांस वीडियो पर शोकॉज
मोतिहारी, निज प्रतिनिधि। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में दीपावली पर प्रशिक्षुओं ने जमकर डांस किया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। डायट के प्रभारी प्राचार्य ने एक नवचयनित प्राथमिक शिक्षक व अन्य से स्पष्टीकरण मांगा है। कहा है कि दीपावली पर प्रशिक्षुओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रशिक्षुओं ने डांस किया था। पत्र में कहा गया है कि आप प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। ऐसे में क्यों नहीं आपके नियुक्ति पत्र को रद्द करने की अनुशंसा विभाग को की जाए।
सर्वाधिक नए शिक्षक समस्तीपुर और दरभंगा जिले के लिए हुए चयनित
बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों में सर्वाधिक संख्या समस्तीपुर और दरभंगा जिले की है। समस्तीपुर में 9147 और दरभंगा जिले के लिए 8234 शिक्षक चयनित हुए हैं। वहीं, सबसे कम 462 शिक्षक शिवहर और 994 जहानाबाद जिले के लिए चयनित हैं। मालूम हो कि आयोग से एक लाख, 20 हजार 336 शिक्षक चयनित हुए हैं। वहीं, पटना जिले के लिए 5243 शिक्षक चयनित हुए हैं। इनमें प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। वहीं, अन्य जिलों में मुजफ्फरपुर में 7150, गया में 5640, पश्चिम चंपारण में 4767, बेगूसराय में 4873, पूर्वी चंपारण में 4239, भागलपुर में 4185, औरंगाबाद में 4117, पूर्णिया में 4025, बांका में 3381, सारण में 3147 और अररिया में 3181 शिक्षक चयनित हुए हैं। शेष जिलों में एक हजार से तीन हजार के बीच शिक्षक चयनित हुए हैं।