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BPSC TRE-1 : बिहार लोक सेवा आयोग की पहले चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE-1) 2023 के रिजल्ट को लेकर शिकायत करने वाले अभ्यर्थियों पर सख्त रुख अपनाया है। ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने में गलती करने वाले 171 अभ्यर्थियों को आयोग ने नोटिस भेजा था। अभ्यर्थियों द्वारा संतोषजनक स्पष्टीकरण न देने पर ऐसे अभ्यर्थियों पर आयोग ने अगले एक साल के भर्ती परीक्षाओं से प्रतिबंधित किया है। बीपीएससी की ओर से इन अभ्यर्थियों के रोल नंबर लिस्ट भी प्रकाशित की गई है। आयोग की वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर जारी नोटिस के अनुसार, टीआरई-1 रिजल्ट को लेकर शिकायत करने वाले अभ्यर्थियों से 29 अक्टूबर से 12 नवंबर 2023 तक ऑनलाइन आपत्तियां मांगी गई थीं। निर्धारित अवधि में कुल 1756 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। आयोग ने जांच में पाया कि 1756 आवेदन पत्रों में 741 आवेदन पत्र बिना शपथ पत्र के समर्पित किए गए थे।
आयोग ने कहा है कि आपत्ति मांगने वक्त स्पष्ट रूप से अभ्यर्थियों का सूचित किया गया था कि जिन अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती के परीक्षाफल पर आपत्ति हो तो वह शपथ पत्र एवं साक्ष्य के साथ अपनी आपत्ति दर्ज कराएं। लेकिन आयोग के आदेश की अवहेलना करते हुए 741 अभ्यर्थियों ने बिना शपथ पत्र के अपनी-अपनी आपत्तियां दर्ज कराई। आयोग ने इस गंभीरता से लेते हुए वैसे अभ्यर्थियों से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी। आयोग ने कहा कि निर्धारित तिथि 30 नवंबर 2023 तक कुल 171 अभ्यर्थियों ने आयोग को अपना स्पष्टीकरण जमा कराया। जिनमें अभ्यर्थियों ने माना कि परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाने के कारण घबड़ाहट व तनाव में शपथ पत्र नहीं दे पाए। इसी क्रम ने आयोग ने इन 171 अभ्यर्थियों पर कार्रवाई करते हुए कहा कि आयोग के संबंध में भ्रामक सूचना फैलाने, आयोग की छवि धूमिल करने और अपनी कमी को छिपाने और आयोग के बहुमूल्य समय को बर्बाद करने की चेष्टा की गई। अत: इन सभी अभ्यर्थियों को आगामी भर्ती परीक्षाओं से अलगे एक साल के लिए प्रतिबंधित किया जाता है। इसके अलावा 413 अभ्यर्थियों पर अगले तीन साल के लिए सभी परीक्षाओं से प्रतिबंधित किया गया है।
आपको बता दें कि आयोग ने ऐसे अभ्यर्थियों जिनके द्वारा निर्धारित अवधि में यदि आपत्ति दर्ज की गई है और इस संबंध में उनके पास साक्ष्य उपलब्ध हैं तो ऐसे अभ्यर्थियों के लि ग्रीवेंस पोर्टल पर 23 दिसंबर 2023 से 25 दिसंबर 2023 तक एक बार फिर से लिंक एक्टिव किया था।