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BSEB Bihar Board 10th, 12th Exam 2024 : इंटर वार्षिक परीक्षा 1522 और मैट्रिक की 1583 केंद्रों पर ली जाएगी। बिहार बोर्ड ने इंटर और मैट्रिक दोनों के लिए केंद्र निर्धारित कर दिया है। सभी जिला शिक्षा कार्यालय से प्राप्त सूची के आधार पर बिहार बोर्ड ने परीक्षा केंद्र निर्धारित किया है।2024 की इंटर और मैट्रिक परीक्षा में केंद्रों की संख्या भी बढ़ी है, जहां इंटर में 51 तो वहीं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा के 58 केंद्र बढ़े हैं। वर्ष 2023 में इंटर में 1471 और मैट्रिक में 1525 परीक्षा केंद्र बनाए गये थे, लेकिन कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए बिहार बोर्ड ने केंद्रों की संख्या इस बार बढ़ाई है। बोर्ड के अनुसार इंटर की एक और मैट्रिक की 15 फरवरी से परीक्षा होगी। इंटर प्रायोगिक परीक्षा के लिए इस बार 35 सौ स्कूलों को होम सेंटर बनाया गया है। बिहार बोर्ड ने इंटर प्रायोगिक परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। इंटर प्रायोगिक परीक्षा दस से 20 जनवरी तक आयोजित होगी। प्रायोगिक परीक्षा लेने के बाद उसी दिन अंकों की प्रविष्टि ऑनलाइन करके बिहार बोर्ड को भेजना है। मैट्रिक वार्षिक परीक्षा का आंतरिक मूल्यांकन 18 से 20 जनवरी तक आयोजित की जाएगी।
सूबे में 2435 ट्रांसजेंडरों ने नौवीं में लिया दाखिला
राज्य भर से 2435 ट्रांसजेंडरों ने नौवीं में दाखिला लिया है। नामांकन के लिए इस बार स्कूलों को अलग से थर्ड जेंडर कॉलम दिया गया था। सभी स्कूलों को यह निर्देश दिया गया है कि नामांकन के समय इस बात का ख्याल रखें और अभिभावकों को बताएं।
नामांकन लेने के बाद जब डेटा तैयार किया गया तो पता चला कि 2435 ट्रांसजेंडर ने दाखिला लिया है। बता दें कि ट्रांसजेंडर विद्यार्थी पहले भी दाखिला लेते थे, लेकिन कोई इसका जिक्र नामांकन के समय नहीं करते थे। लेकिन अब जब कॉलम दिया गया तो स्कूल प्रशासन ने थर्ड जेंडर का आंकड़ा निकाला। जिला वार डेटा शिक्षा विभाग को भेजा जा रहा है। सभी डीईओ ने नौवीं में कुल दाखिला के साथ छात्र, छात्रा और थर्ड जेंडर के नामांकन की संख्या शिक्षा विभाग को भेजना शुरू कर दिया है। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने मैट्रिक और इंटर परीक्षा फॉर्म भरने में वर्ष 2018 में थर्ड जेंडर का कॉलम जोड़ा था।
केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से कई छात्रवृति ट्रांसजेंडर के लिए है, लेकिन इसका फायदा ट्रांसजेंडर को नहीं मिल पाता था, क्योंकि स्कूल प्रशासन को जानकारी नहीं होती थी। लेकिन अब जब स्कूल और जिला वार आंकड़ा तैयार हो गया है तो ट्रांसजेंडर को अब स्कूल के जरिये हर तरह के छात्रवृति का फायदा भी मिल सकेगा।