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वर्ष 2023 में आयोजित विभिन्न परीक्षाओं के इंटरनल एग्जाम में दिए गए मार्क्स की अब जांच की जाएगी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। कई स्कूलों की ओर से बिना प्रोजेक्ट वर्क के ही छात्रों को 5 नंबर दे दिया गया है। जैक ने इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच कर 15 दिनों में रिपोर्ट मांगी है। यह देखा जाएगा कि अंक जैक की ओर से जारी निर्देश के अनुसार दिया गया है या नहीं। स्कूलों के हेडमास्टर की ओर से जैक के निर्देश का पालन नहीं किया जा रहा है। यह गंभीर विषय है। इसकी जांच अतिआवश्यक है।
महत्वपूर्ण यह है स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने यह निर्णय लिया है कि आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के निर्धारण के लिए स्कूल के शिक्षकों के अतिरिक्त एक बाहरी शिक्षक नामित किए जाएंगे। आंतरिक मूल्यांकन के लिए 20 अंक निर्धारित है। छात्रों की उपस्थिति के लिए अधिकतम 5 अंक, मासिक/ त्रैमासिक परीक्षा के लिए अधिकतम 5 अंक, प्रोजेक्ट कार्य/ शोध कार्य के लिए 5 अंक व अन्य गतिविधियों के लिए अधिकतम 5 अंक निर्धारित किया गया है।
क्या है पूरा मामला
जैक सचिव की ओर से जारी पत्र में कहा स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से 22 नवंबर 2023 को सिमडेगा जिले का भ्रमण किया गया था। भ्रमण के क्रम में एक विद्यालय का निरीक्षण किया गया था। गत परीक्षा के आंतरिक मूल्यांकन के अंक का सत्यापन किया गया। यह जानकारी मिली कि विद्यार्थियों द्वारा बिना प्रोजेक्ट कार्य जमा किए ही स्कूल की ओर से पांच अंक दे दिया गया। स्कूली शिक्षा व सचिव ने इसे गंभीरता से लिया है। परिषद को निर्देश दिया गया है कि सभी डीईओ से पिछले वर्ष का रैंडम सैंपल के आधार पर कुछ स्कूलों के आंतरिक मूल्यांकन का सत्यापन कराया जाए। पिछले वर्ष के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जांच कर 15 दिनों में रिपोर्ट परिषद को उपलब्ध कराने को कहा गया है। मामले में धनबाद के डीईओ भूतनाथ रजवार ने कहा कि राज्य मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों का पालन किया जाएगा।