IAS officer Shena Agarwal got first rank in upsc exam know about her Preparation Strategy-Inspire To Hire


UPSC Success story: भारतीय आईएएस अधिकारी बनने के लिए यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा का पास करना अनिवार्य है। इस परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवार को कई घंटों तक मन लगाकर पढ़ाई करनी पड़ती है और तैयारी के लिए कई साल देने भी पड़ जाते हैं, तब जाकर एक उम्मीदवार आईएएस, आईएफएस, आईपीएस और आईआरएस का पद हासिल कर पाता है।

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आज हम आपको एक ऐसे ही उम्मीदवार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से इस परीक्षा में रैंक 1 हासिल की है। हम बात कर रहे हैं, IAS अधिकारी शेना अग्रवाल के बारे में। जिन्होंने अपनी MBBS की डिग्री हासिल करने के बाद UPSC का रास्ता चुना था।

शेना अग्रवाल का जन्म और पालन-पोषण हरियाणा के यमुनानगर में हुआ। साल 2009 में उन्होंने एम्स, दिल्ली से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी। वहीं  साल 2004 में सीबीएसई प्री-मेडिकल टेस्ट में टॉप किया था। शेना शुरू से ही पढ़ाई में होशियार थी। उन्होंने कक्षा 10वीं में  95%  और कक्षा 12वीं में 92% मार्क्स हासिल की थी। अपनी MBBS की डिग्री लेने के बाद उन्होंने UPSC परीक्षा देने का फैसला किया था।

जिस साल उनकी ग्रेजुएशन हुई, उसी साल यानी 2009 में  उन्होंने UPSC सिविल सर्विस परीक्षा में अपना पहला अटेम्प्ट दिया था। उस वक्त शेना की तैयारी इतनी मजबूत नहीं थी, जिस कारण वह परीक्षा में सफल नहीं हो पाई। परीक्षा की असफलता को उन्होंने खुद पर हावी नहीं होने दिया और दूसरी बार परीक्षा देने का निर्णय लिया।

साल 2010 में वह दूसरी बार परीक्षा में बैठी और 305 रैंक के साथ परीक्षा में सफल हो गईं। जिसके बाद उन्हें इंडियन रेवन्यू सर्विस (IRS) के पद के लिए चुना गया था। जब वह नागपुर में अपनी आईआरएस की ट्रेनिंग ले रही थी, उस समय भी वह तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने की तैयारी कर रही थी। शेना अपनी काबिलियत से वाकिफ थी और खुद को एक और मौका देना चाहती थी। जिसके बाद वह साल 2011 में तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हो गई। बता दें, तीसरे प्रयास में उन्होंने पहली रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा कर लिया था।

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ऐसे की तैयारी, ये थी स्ट्रेटेजी

शेना शुरुआत से ही पढ़ाई में अच्छी थी। इसलिए उन्होंने यूपीएससी के दौरान सेल्फ स्टडी पर खास ध्यान दिया। उन्होंने कहा किसी भी व्यक्ति को पता होता है कि उसके अंदर क्या कमी और किसमें सुधार की जरूरत है। कोचिंग लेना बेहतर ऑप्शन हैं, लेकिन UPSC तैयारी के लिए सेल्फ स्टडी सबसे ज्यादा जरूरी है। इसी के साथ उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर विशेषज्ञों से सलाह और गाइडेंस भी ली थी।

वह प्रतिदिन 5-6 घंटे पढ़ाई किया करती थी। वह कहती हैं, “जब यूपीएससी की तैयारी की बात आती है तो कोई शॉर्टकट नहीं हो सकता। आपको पढ़ाई करनी ही होगी”

– करंट अफेयर्स के लिए उन्होंने प्रतिदिन अखबारों को प्राथमिकता दी थी। उनका मानना है कि, एक यूपीएससी उम्मीदवारों को प्रतिदिन अखबार पढ़ना चाहिए।

– शेना का मेडिकल साइंस एंड साइकोलॉजी ऑप्शनल सब्जेक्ट था। MBBS के दौरान उन्होंने इस विषय को काफी अच्छे से पढ़ा था।

– आईएएस शेना अग्रवाल वर्तमान में पंजाब के भटिंडा में एडिशन डिप्टी कमीश्नर (ADC) के पद पर तैनात हैं।

 

 


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