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क्यूएस द्वारा 2024 वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में एशिया की लिस्ट जारी हो गई है। आईआईटी दिल्ली और आईआईटी बॉम्बे समेत हायर एजुकेशन के मामले में भारत ने चीन को पीछे कर दिया है। क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग की टॉप एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत की 148 यूनिवर्सिटीज शामिल हैं, जिसमें कुल 856 यूनिवर्सिटीज लिस्टेड हैं। वहीं चीन 133 यूनिवर्सिटीज के साथ दूसरे स्थान पर और जापान 96 यूनिवर्सिटीज के साथ तीसरे स्थान पर रहा है। आपको बता दें कि आईआईटी दिल्ली और आईआईटी बॉम्बे इस रैंकिंग के टॉप 50 में शामिल है, वहीं 5 ऐसे इंस्टीट्यूट भी हैं, जो टॉप 100 में शामिल हैं।
दुनिया की टॉप 500 यूनिवर्सिटीज में दिल्ली यूनिवर्सिटी और अन्ना यूनिवर्सिटी की एंट्री
बुधवार को जारी इस रैंकिग में 856 यूनिवर्सिटीज और 25 देश शामिल हैं। पर्फोर्मेंस की बात करें तो साल दर साल भारत की 21 यूनिवर्सिटीज लगातार सुधार कर रही हैं। 15 में कुछ बदलाव नहीं हुई है और 37 इस लिस्ट में नई एंट्रीज हैं। नई एंट्रीज की भारत की जाए, तो भारत की संख्या सबसे ज्यादा है, चीन की सिर्फ 7 यूनिवर्सिटीज ही नई एंट्रीज हैं। क्यूएस रैंकिंग के सीनियर वाइज प्रेजिडेंट बेन के अनुसार QS में भारतीय विश्वविद्यालयों की बढ़ती भागीदारी इस बात की ओर संकेत करती है कि भारत में हायर एजुकेशन सिस्टम का लगातार विस्तार हो रहा है। इसके अलावा इंडियन इंस्टीट्यूट का रिसर्च का योगदान भी बहुत मायने रखता है, इनके विकास में, इससे पता चलता है, कि ये इंस्टीट्यूट ग्लोबल कम्युनिटी के बराबर खड़े हैं।
कुल मिलाकर क्यूएस ने कुल 856 यूनिवर्सिटीज में से इन यूनिवर्सिटीज को चुना है। आईआईटी बॉम्बे 40वें स्थान के साथ भारत में टॉप पर है, इसके बाद आईआईटी-दिल्ली 46वें स्थान पर और आईआईटी-मद्रास 53वें स्थान पर रहा। स्पेशल रूप से, रैंकिंग सूची में 30 और कॉलेजों को शामिल किया गया है क्योंकि 2023 में भारत में 118 यूनिवर्सिटीज शामिल थे और 2024 में 148 यूनिवर्सिटीज शामिल हो गए। यह सब दर्शाता है कि भारत में लगातार हायर एजुकेशन सिस्टम में सही दिशा में बदलाव हो रहे हैं।