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MP Board: माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश (MPBoSE) ने 5 फरवरी से कक्षा 10वीं की परीक्षाएं शुरू की है, जिसका आयोजन 28 फरवरी तक किया जाएगा। वहीं इस परीक्षा के दौरान एक ऐसी घटना सामने आयी है, जिसपर लोग नाराजगी जता रहे हैं। बता दें, ये घटना उत्तरी मध्य प्रदेश के श्योपुर की है। जिसमें एक छात्र की परीक्षा सड़क पर जलभराव के कारण छूट गई।
दरअसल श्योपुर में एक छात्र 10वीं की परीक्षा देने साइकिल चलाकर परीक्षा केंद्र पहुंचा था। घर से परीक्षा केंद्र की दूरी 8 किलोमीटर की थी। एक न्यूज वेबसाइट के अनुसार, छात्र परीक्षा केंद्र परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद पहुंचा था। लेट पहुंचने की वजह से उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश देने से रोक दिया था। जिसके बाद वह छात्र काफी परेशान हुआ और फूट- फूट कर रोया।
इस छात्र का नाम अंकेश केवट हैं अपने परीक्षा केंद्र यानी बीरपुर तहसील मुख्यालय के हायर सेकेंडरी स्कूल में देर से पहुंचा था। वह कक्षा 10वीं के छात्र हैं और जिस दिन परीक्षा देने देर से पहुंचा, उस दिन हिंदी विषय की परीक्षा आयोजित की गई थी। बता दें, परीक्षा केंद्र का स्थान उनके पैतृक गांव नितानवास से 8 किलोमीटर दूर था। यह दूरी अंकेश ने अपनी साइकिल की मदद से तय की थी।
अंकेश ने बताया, वह समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच पाए, क्योंकि उनके घर के सामने का रास्ता कीचड़ और पानी से भरा हुआ था। ऐसा 4 फरवरी को बारिश के कारण हुआ। बता दें, परीक्षा के लिए रिपोर्टिंग का समय सुबह 8:30 बजे तक हैं, लेकिन अंकेश आधे घंटे लेट यानी सुबह 09:00 बजे पहुंचे। अंकेश को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
उन्होंने बार-बार परीक्षा केंद्र प्रभारी और अन्य स्टाफ सदस्यों से उसे परीक्षा देने की अनुमति देने का अनुरोध किया। हालांकि, किसी ने उनके अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया। सभी ने निर्धारित नियमों का हवाला देकर छात्र के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। पुलिस अधिकारियों और स्थानीय लोगों के समझाने के बाद अंकेश घर लौट आए और उनकी परीक्षा छूट गई।
अधिकारियों ने कहा, यदि कोई छात्र 15 मिनट लेट हो जाता है तो उसे 8:40 से 8:45 तक प्रवेश दिया जा सकता है। हालांकि अंकेश 9 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंचा थे, इसलिए परीक्षा केंद्र प्रभारी ने उसे अंदर नहीं घुसने दिया।