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MPBSE MP Board 10th 12th Exam 2024: एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की वार्षिक मुख्य परीक्षाएं अगले सप्ताह से शुरू हो जाएंगी। एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा सोमवार 5 फरवरी से और 12वीं की परीक्षा मंगलवार 6 फरवरी से शुरू होगी। 10वीं की परीक्षा 28 फरवरी तक और 12वीं की परीक्षाएं 5 मार्च तक चलेगी। परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा में 9,92,101 छात्र एवं 7,48,238 छात्राएं शामिल होंगी। पूरे प्रदेश में कुल 7,501 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षार्थी अपने साथ एडमिट कार्ड जरूर लेकर जाएं।
इस बार छात्रों को परीक्षा शुरू होने से आधा घंटे पहले केंद्र में पहुंचना होगा। आधा घंट पहले तक ही एंट्री दी जाएगी। 10वीं में 476339 छात्राएं व 515762 छात्र सम्मिलित हो रहे हैं। 12वीं में 361360 छात्राएं और 386878 छात्र सम्मिलित हो रहे हैं।
कैसी आंसर-शीट मिलेगी
नई गाइडलाइन के मुताबिक 32 पेज की मुख्य विषय की कॉपी मिलेगी। वोकेशनल और संस्कृत विषय के लिए 20 पेज की कॉपी दी जाएगी। गणित विषय में 32 पन्नों की ग्राफ कॉपी दी जाएगी। बता दें कि इस बार सप्लीमेंट्री कॉपी (एक्स्ट्रा कॉपी) नहीं दी जाएगी। प्रायोगिक परीक्षाओं में 10वीं के विद्यार्थियों को आठ और 12वीं के विद्यार्थियों को 12 पन्नों की कॉपियां देना तय हुआ है।
अब आंसरसीट में रोल नंबर की जगह बार कोड रहेंगे। प्रायोगिक तौर पर कुछ उत्तरपुस्तिकाओं में बार कोड लगाया जाएगा। कॉपी में रोल नंबर छिपाने के लिए किसी भी तरह के स्टीकर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा ।10वीं में गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान और 12वीं में हिंदी विषय की उत्तरपुस्तिका पर बार कोड लगाकर विद्यार्थियों की पहचान छिपाई जाएगी, उसके बाद कापियां मूल्यांकनकर्ताओं को जांचने के लिए देंगे। मूल्यांकन से जुड़ी दोनों व्यवस्थाओं का आकलन किया जाएगा।
पेपर लीक, फर्जीवाड़ा, नकल को रोकने के लिए उठाए गए ये कदम
– एडमिट कार्ड में क्यूआर कोड लगाए गए हैं। इसे स्कैन करते ही विद्यार्थियों के नाम, फोटो, माता-पिता व स्कूल का नाम, पंजीयन नंबर सहित पूरी जानकारी सामने आ जाएगी ,जिससे फर्जी परीक्षार्थियों की पहचान आसानी से हो सकेगी। परीक्षा केंद्र पर एप से क्यूआर कोड स्कैन करके विद्यार्थियों की पूरी जानकारी जांची जाएगी।
– ऐप से पेपर केंद्र तक ले जाने के दौरान जीपीएस से नजर रखी जाएगी।
– जिला प्रशासन की देखरेख में पेपर परीक्षा केंद्र तक पहुंचेगा। अब तक परीक्षा केंद्राध्यक्ष ही थाने से ही पेपर सुबह लाते थे।
– हर सेंटर के लिए एक कलेक्टर प्रतिनिधि होगा जबकि पहले पांच सेंटरों पर एक कलेक्टर प्रतिनिधि होता था।
– पेपर ले जाने वालों को जिओ टैग लोकेशन के साथ सेल्फी और एक फोटो डालना होगी। सेंटर पर पहुंचकर ऐसा दोबारा करना होगा।
– केंद्र अध्यक्ष भी मोबाइल नहीं रख सकते।
– एस्मा लागू, एग्जाम अवधि के दौरान शिक्षकों को धरना-प्रदर्शन और छुट्टी की अनुमति नहीं होगी।