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MBBS Admission Fraud: एक छात्रा का एमबीबीएस में दाखिला कराने के नाम पर 16 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। छात्रा के पिता नीमसराय मुंडेरा निवासी रजनीकांत पांडेय ने सर्वेश शुक्ला, प्रीति मिश्रा, आरती, समीर और अशोक कुमार के खिलाफ पूरामुफ्ती थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। रजनीकांत ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी मेडिकल की तैयारी कर रही है। एमबीबीएस में दाखिले के लिए प्रीति मिश्रा नाम की महिला ने उनकी बेटी को कॉल करके बताया कि उनकी संस्था एस ग्रुप एजुकेशन लखनऊ में स्थित है। यह संस्था रामकृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और सनाका हॉस्पिटल दुर्गापुर पश्चिम बंगाल में एडमिशन कराती है। प्रीति के कहने पर रजनीकांत बेटी के एडमिशन के लिए दस्तावेज लेकर लखनऊ पहुंच गए। वहां पर अशोक कुमार, प्रीति, आरती, समीर, सर्वेश शुक्ला और अन्य लोगों ने कागजात देखे और बोले कि फीस जमा कर दें। बेटी के एडमिशन के लिए आरटीजीएस से दो लाख रुपये और चेक से सात लाख 14 हजार रुपये उनके खाते में जमा किए। इसके अलावा सात लाख रुपये कॉलेज के नाम पर जमा कराए गए। कुल 16 लाख 14 हजार रुपये जमा हो गए। इसके बाद उन्हें एडमिशन के लिए पश्चिम बंगाल भेजा गया। छात्रा वहां पहुंची तो कॉलेज से पता चला कि संस्था फर्जी है। किसी संस्था से वहां पर कोई दाखिला नहीं होता। ठगी के शिकार हुए रजनीकांत और उनकी बेटी परेशान हो गई।
अधिवक्ता से प्रीति मिश्रा ने 28 लाख ठगे
रजनीकांत से पहले अपर शासकीय अधिवक्ता राजेश त्रिपाठी अपनी बेटी का एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर 28 लाख की ठगी के शिकार हुए थे। उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई है। अल्लापुर निवासी अधिवक्ता ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे कार्तिकेय का नीट में नंबर कम होने से पहले दो राउंड की काउंसिलिंग में कॉलेज नहीं मिला। इस दौरान प्रीति मिश्रा नाम की महिला ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर संपर्क किया और उनको गोमती खंड लखनऊ में स्थित कार्यालय में बुलाया। एडमिशन के नाम पर 28 लाख रुपये हड़प गए। रुपये मांगने पर धमकी देने लगे। दोनों ही केस में प्रीति नाम की महिला शामिल है।