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केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नीट पीजी 2023 में काउंसिलिंग के लिए क्वालिफाइंग परसेंटाइल को शून्य करने पर सफाई दी है। मंत्रालय का कहना है कि सरकार का मकसद है कि जब तक एडमिशन के लिए सीटें खाली हैं, तब तक काउंसिलिंग चलती रहे। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि शून्य का मतलब यह नहीं है कि शून्य नंबर वाले को दाखिला मिलेगा। क्वालिफाइंग परसेंटाइल शून्य करने के पीछे उद्देश्य यह है कि पीजी की सीटें खाली न रहें और पीजी कॉलेज में पिछले दरवाजे से सीटें भरने के विकल्प न बचें।
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय की मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (एमसीसी) ने एक नोटिस में कहा है कि नीट पीजी काउंसलिंग 2023 के लिए पीजी पाठ्यक्रमों (मेडिकल/डेंटल) के लिए क्वालीफाइंग परसेंटाइल को मंत्रालय ने सभी श्रेणियों में शून्य कर दिया है। पात्रों के लिए काउंसिलिंग के राउंड-तीन के लिए पंजीकरण और पसंद भरने की खिड़की फिर से खोली जाएगी।
कट ऑफ अंक कम करने की अपील
पीजी काउंसलिंग राउंड-3 का नया कार्यक्रम जल्द एमसीसी वेबसाइट पर डाला जाएगा। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हाल में स्वास्थ्य मंत्रालय से नीट पीजी 2023 परीक्षा के लिए कट-ऑफ अंक को कम करने पर विचार करने की अपील की थी।