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प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय के परिसर से बीटेक-एमटेक की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। विश्वविद्यालय नए शैक्षिक सत्र 2024-25 से कम्प्यूटर साइंस में पांच वर्षीय बीटेक-एमटेक पाठ्यक्रम संचालित करेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पाठ्यक्रम को डिजाइन कर लिया है। इसमें खास बात यह है कि बीटेक करने के एक साल बाद छात्रों को एमटेक की डिग्री मिल जाएगी जबकि आमतौर पर एमटेक प्रोग्राम दो साल का होता है।
पहले साल की पढ़ाई पूरी करने वालों को सार्टिफिकेट मिलेगा। द्वितीय साल में डिप्लोमा, तृतीय साल में बीटेक ऑनर्स, चौथे साल में बीटेक और पांचवे साल की पढ़ाई पूरी करने पर एमटेक की डिग्री मिलेगी। कैंपस में पहली बार 60 सीटों के सापेक्ष बीटेक-एमटेक फाइव इयर में प्रवेश होगा। इसके लिए राज्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। नए सत्र में प्रवेश के लिए अप्रैल के पहले सप्ताह से आवेदन लिए जाने की तैयारी है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि एमटेक पाठ्यक्रम के संचालन के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
स्पेलाइजेशन में होंगे तीन विकल्प:
संस्थान की ओर से तैयार किया गया नए एमटेक पाठ्यक्रम में तीन विषय का स्पेलाइजेशन मिलेगा। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि बीटेक के बाद एमटेक करने वाले को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), मशीन लर्निंग और डाटा साइंस में विशेषज्ञता का विकल्प मिलेगा।
इसके अलावा शुरू होंगे चार और नए कोर्स:
नए सत्र में बीटेक-एमटेक इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम के अलावा चार नए पाठ्यक्रमों में प्रवेश होगा। इसके लिए कार्य परिषद, एकेडमिक काउंसिल से मंजूरी मिल गई है। इसमें बीएएलएलबी, एलएलएम, बीफार्मा, बीएससी-एमएससी(भौतिक, गणित, रसायन, बॉटनी, ज्योलॉजी) में प्रवेश होगा। हरेक पाठ्यक्रम के लिए 60-60 सीटें तय की गई हैं।