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UP Board Result 2023 upresults: हाईस्कूल में टॉप 10 में आने वाले मेधावियों में ज्यादातर की संघर्ष की कहानी है। शहर की टॉपर मेधावी के पिता के निधन के बाद भाइयों ने उठाया खर्च और मां ने परवरिश की, शिक्षकों को अच्छी तालीम दी। वहीं, किसी के पिता ने टेम्पो चलाकर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं तो किसी के पिता को सब्जी बेची कर शिक्षा में दें।
कैंसर से हो गया था पिता का निधन
मोहिबुल्लापुर अजीज नगर में रहने वाले मो. शहन अंसारी शहर के टॉपर हैं। हाईस्कूल में 96.83 प्रतिशत अंक पाने वाले शाहन के पिता शहीद हुसैन असानी के एक्टर्स सीतापुर में जेई थे, छह साल पहले कैंसर से उनकी मृत्यु हो गई थी। उसके बाद मां सदरुनिशा ने पांच भाई एक बहन की परवरिश की। बड़े भाई रियाजुल हसन आर्टिफिशियल ज्वैलरी कलाकार हैं तो वे छोटे हेलमेट की दुकान पर काम करते हैं। परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी यही दो भाई उठा रहे हैं। शहान ने आईएएस बनने की ठनी है। वह पहले से बहुत परेशान हैं।
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सब्जी बेचकर पढ़ें
मोहिबुल्लापुर आरजू नगर निवासी निशा कश्यप ने बाल निकुंज इंटर कॉलेज से 95.33 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शहर में चौथा स्थान हासिल किया है। निशा के पिता रविशंकर मड़ियांव में सब्जी का ठिकाना और मां नीलम कश्यप गृहणी हैं। निशा काव्य पाठ भी करती हैं। संख्या योगी भी कर रहे हैं। निशा सेना बनना चाहती हैं।
छोटे सा जनरल स्टोर चलाने वाले घर का खर्च चलाते हैं
गोसाईंगंज अमेठी के औलाद अली के पूर्ववासी गरुण कुमार छोटा सा जनरल स्टोर रन हैं। उनकी पत्नी सुनीता गृहिणी हैं। उनकी बेटी अनुष्का शहर के हाईस्कूल में 95.83 प्रतिशत अंक पार दूसरे स्थान पर हैं। बाल गाइड इंटर कॉलेज गोसाईंगंज में पाठक अनुष्का तीन बहनें हैं। वह इंजीनियर बनना चाहते हैं। उनका कहना है कि मेहनत के साथ ही आगे पढ़ाई की जा सकती है इसलिए जरूरी है कि लक्ष्य पर नजर रखते हुए मेहनत के साथ मुकाम हासिल करें।
टेंपो ड्राइवर के बेटे-बेटी ने टॉप किया
जानकीपुरम गार्डेन सेक्टर निवासी अभिनेष कुमार ने 95.50 प्रतिशत अंक पाकर शीर्ष तीन और बहन आकाशी 94.67 प्रतिशत आठवीं रैंक में शामिल हैं। अभिनेष के पिता पवन कुमार जानकीपुरम इलाके में ही टेम्पो ड्राइवर, मां मीरा देवी गृहणी हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। परिवार का खर्च और बच्चों की पढ़ाई के लिए पवन अधिक समय तक गाड़ी दौड़ें। बच्चों को वे अच्छी तालीम के लिए कोचिंग भी देते हैं। उनके ज्यादातर बच्चों की पढ़ाई पर ही खर्च होता है। अभिनेष के टॉपर बनना चाहते हैं।