uppsc topper : up pcs topper father farmer shopkeeper some already police DSP some Naib Tehsildar – किसी के पिता किसान तो किसी के परचून दुकानदार, कोई पहले से DSP तो कोई नायब तहसीलदार, PCS टॉपरों की कहानी, Education News

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यूपी पीसीएस 2023 की परीक्षा में पिछले 11 साल में बेटियों को सबसे बड़ी सफलता मिली है। इस बार चयनित 251 अभ्यर्थियों में 84 (33.46 प्रतिशत) बेटियां हैं। इनमें 78 बेटियां उत्तर प्रदेश की हैं और शेष छह दूसरे राज्यों की हैं। पिछले साल पीसीएस 2022 में 30 फीसदी बेटियों को सफलता मिली थी लेकिन मंगलवार को घोषित पीसीएस 2023 का परिणाम बालिका शिक्षा और नारी सशक्तिकरण के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगा। हालांकि पीसीएस 2023 में डिप्टी कलेक्टर या एसडीएम के 41 पदों में सिर्फ आठ लड़कियों को सफलता मिली है। शुभि गुप्ता, निधि शुक्ला, श्वेता सिंह, अंजनी यादव, मुद्रा रहेजा, सुनिष्ठा सिंह, हर्षिता देवड़ा, पूजा गुप्ता व निधि का चयन एसडीएम पद के लिए हुआ है।

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यहां देखें पीसीएस टॉपरों की कहानी

रैंक 1

पहले प्रयास में नायब तहसीलदार, दूसरे में टॉपर


देवबंद सहारनपुर के सिद्धार्थ गुप्ता ने पीसीएस 2023 में टॉप किया है। यह उनका दूसरा प्रयास था। इससे पूर्व सिद्धार्थ पहले प्रयास में नायब तहसीलदार बने थे। सिद्धार्थ वर्तमान में बिजनौर में नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने सीबीएससी बोर्ड से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से फिजिक्स ऑनर्स की डिग्री हासिल की। उनके पिता राजेश गुप्ता किराना की दुकान चलाते हैं और मां अंजना गुप्ता गृहणी हैं।

रैंक 2

प्रयागराज के प्रेम शंकर पांडेय को प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है। उनके पिता रोडवेज में परिचालक पद से 2009 में रिटायर हुए थे। प्रेम शंकर पांडेय की इंटर करने के बाद 2002 में एयरफोर्स के सार्जेंट पद पर उसकी भर्ती हो गई। इसी बीच छात्रपति शाहूजी महराज विश्वविद्यालय कानपुर से बीए और एमए की पढ़ाई की। 2020 में एयरफोर्स से इस्तीफा दे दिया। 2021 में उसका चयन समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती में हुआ। कुछ महीने पहले ही तैनाती मिली, इस समय वह लखनऊ स्थित सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं।

रैंक 3

बीटेक छात्र सात्विक को तीसरे प्रयास में मिली सफलता


प्रयागराज। नवीपुरवा हरदोई के सात्विक श्रीवास्तव ने तीसरे प्रयास में पीसीएस में तीसरी रैंक हासिल की है। जयपुर एनआईटी से सिविल ब्रांच से बीटेक की डिग्री हासिल की। इस दौरान आठ लाख रुपये पैकेज पर प्लेसमेंट हुआ लेकिन ज्वाइन नहीं किए। वह तैयारी करने के लिए लखनऊ आ गए। इसके बाद तीसरे प्रयास में सफलता हाथ लगी। उनके पिता जगदीश कुमार श्रीवास्तव रजिस्ट्री ऑफिस में बैनामा लेखाकार पद पर कार्यरत हैं और मां चित्रा श्रीवास्तव गृहणी हैं।

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रैंक 5

आईसीयू में थे पिता, मेंस देकर डिप्टी कलेक्टर बने


प्रयागराज। पीसीएस 2023 में पांचवीं रैंक हासिल करने वाले मनोज कुमार भारती को मिली सफलता किसी फिल्मी कहानी की तरह है। मनोज जब पीसीएस 2023 की मुख्य परीक्षा दे रहे थे तो उनके पिता लखनऊ में आईसीयू में भर्ती थे। एक तरफ मेन्स का पेपर दे रहे थे और दूसरी तरफ पिता का दवा-इलाज। आखिरकार पिता की सेवा का फल एसडीएम के रूप में मिला। चौथे प्रयास में डिप्टी कलेक्टर बनने वाले मनोज पीसीएस 2022 में जिला सेवायोजन अधिकारी पद पर चुने गए थे और वर्तमान में अलीगढ़ में तैनात हैं। मनोज के पिता राजकुमार भारती प्राइवेट कॉलेज में प्रिंसिपल हैं और मां मीना कुमारी स्वास्थ्य विभाग में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत हैं।

छठी रैंक

डिप्टी एसपी की ट्रेनिंग ले रहे पवन पटेल


पीसीएस 2023 में चित्रकूट के पवन पटेल को छठवीं रैंक मिली है। डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे डिप्टी एसपी पवन पटेल को पीसीएस 2022 में 40वीं रैंक हासिल हुई थी। मूल रूप से चित्रकूट के ददरी माफी गांव निवासी पवन ने बताया कि यह उनका चौथा इंटरव्यू था। 2018 से तैयारी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पिता केदार पटेल ने हमेशा आगे बढ़ने की सीख दी। उन्होंने हमेशा प्रेरित किया। कड़ी मेहनत ही सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है।

7वीं रैंक

मेरठ की शुभि गुप्ता महिला वर्ग में पहले स्थान पर


पीसीएस 2023 में मेरठ की शुभि गुप्ता को सातवीं रैंक मिली है। गर्ल्स कैटेगरी में शुभि की प्रदेश में पहली रैंक है। वह वर्तमान में गाजियाबाद में जीएसटी ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। मेरठ में थापर नगर निवासी शुभि गुप्ता की इस उपलब्धि पर पार्षद सुनीता प्रजापति ने घर पर पहुंचकर परिवार को इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं दी।

9वीं रैंक

पहले प्रयास में डिप्टी एसपी, दूसरे में बने एसडीएम


प्रयागराज। नौंवी रैंक हासिल करने वाले बक्सर बिहार के हेमंत मिश्र को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस में लगातार दूसरे साल सफलता मिली है। पिछले साल उन्हें 47वीं रैंक मिली थी और डिप्टी एसपी के पद पर चयनित हुए थे। इसी साल बिहार लोक सेवा आयोग की पीसीएस में उनका चयन उपनिर्वाचन अधिकारी पर हुआ है। हेमंत वर्तमान में जामिला मिलिया इस्लामिया से भूगोल में ही पीएचडी कर रहे हैं। उनके पिता ओम प्रकाश मिश्रा बिहार सरकार में शिक्षा विभाग में अफसर हैं और मां नम्रता मिश्रा प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका हैं।

10वां रैंक

किसान के बेटे माधव को मिली सफलता


प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) के पद पर कार्यरत माधव उपाध्याय को पीसीएस 2023 में दसवां स्थान मिला है। कासगंज के रहने वाले माधव ने हिंदी माध्यम से पीसीएस की परीक्षा दी थी। नवोदय विद्यालय से 2012 में दसवीं और 2014 में बारहवीं करने के बाद 2017 में बीएससी और 2019 में डीएलएड करने वाले माधव के पिता हरिओम उपाध्याय किसान और मां आशा देवी गृहणी हैं। इससे पहले एआरओ-2021 में उनका चयन हुआ था।


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