आईआरएस अफसर अंजनी कुमार पांडेय ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मैदान में कूदने का मन बना रहे अभ्यर्थियों को बेहद काम की सलाह दी है। यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम के फ्रेशर्स के लिए उनकी सलाह काफी लाभदायक साबित हो सकती है। बहुत से अभ्यर्थी यूपीएससी 2024 की तैयारी शुरू करने की योजना बना रहे होंगे। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फॉर्म 14 फरवरी 2023 को निकलेगा और प्रीलिम्स परीक्षा 26 मई 2024 को होगी। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2009 में 314वीं रैंक हासिल कर आईआरएस अफसर बनने वाले अंजनी कुमार का कहना है कि नए अभ्यर्थी कृपया यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 के लिए तैयारी शुरू न करें। यूपीएससी 2024 के लिए तैयारी शुरू करने का समय अब चला गया है। यदि आप गंभीर हैं, तो यूपीएससी 2025 के लिए शुरुआत करें। आपके पास यूपीएससी सिविल सेवा प्रीलिम्स परीक्षा 2025 के लिए डेढ़ साल यानी 18 महीने हैं।
आईआरएस अफसर अंजनी कुमार पांडेय ने कहा है कि UPSC परीक्षा कभी भी 3/6/9 महीने में क्लियर नहीं की जा सकती है। इस परीक्षा के लिए कम से कम 2 से 3 साल की आवश्यकता होती है, भले ही इस धरती का सबसे तेज़ दिमाग भी इस परीक्षा को देने के लिए आ जाये। कई टॉपर्स ध्यान और प्रचार की चाहत में यह कहते हैं कि “मैंने सिर्फ 6 महीने पहले पढ़ाई की थीI” चयन होने के बाद कभी-कभी टॉपर्स जोश में ऐसी बातें कर जाते हैं जो एक मानव स्वभाव है, ऐसी बातों पर बिल्कुल विश्वास मत करिए।
अफसर ने शेयर किया यूपीएससी 2025 की तैयारी का रोडमैप
दिसंबर 2023 से मई 2024
बुनियादी तैयारी करें, कक्षा 6वीं से 12वीं तक की सभी एनसीईआरटी पूरी करें। साइंस 9वीं से 12वीं एनसीईआरटी से बचा जा सकता है। सभी एनसीईआरटी को कम से कम 2-3 बार पूरा करने का प्रयास करें।
एनसीईआरटी पढ़ने के बाद, पूछे गए प्रश्नों और आपकी समझ के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न देखें। रोजाना एक अखबार पढ़ना शुरू करें। इस समयावधि के दौरान आप एनसीईआरटी पढ़कर अपनी रुचि के आधार पर अपना वैकल्पिक विषय तय कर सकते हैं।
जून 2024 से फरवरी 2025
अब बहुत गंभीर तैयारी के लिए किसी कोचिंग संस्थान या पर्सनल मेंटरशिप से जुड़ने का समय आ गया है। सामान्य अध्ययन की सभी स्थापित पुस्तकों और अपने चुने हुए वैकल्पिक विषय से शुरुआत करें। सिविल सेवा परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय महत्वपूर्ण हैं, जो चयन और उच्च रैंक प्राप्त करने दोनों को प्रभावित करते हैं। इसलिए, इसे सामान्य अध्ययन (GS) पाठ्यक्रम के साथ आपकी तैयारी में एकीकृत किया जाना चाहिए और प्रारंभिक परीक्षा से पहले कम से कम एक बार रिवाइज किया जाना चाहिए।
इस समय अवधि में सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषय का अपना पूरा पाठ्यक्रम संपूर्ण नोट्स के साथ पूरा करें। पिछले सभी अध्ययन सामग्री का बार-बार रिवीजन भी जरूरी है।
रोजाना 50 पेज पढ़ें और रोजाना 5 पेज लिखें। सप्ताह में एक निबंध लिखने का प्रयास करें।
मार्च 2025 से प्रारंभिक परीक्षा 2025
मार्च से सख्ती से प्रीलिम्स ओरिएंटेड पढ़ें क्योंकि अधिकांश अभ्यर्थी प्रीलिम्स में असफल हो जाएंगे। जीएस और सीसैट का एक पेपर रोजाना हल करें। एक अच्छी टेस्ट सीरीज से एक साप्ताहिक मॉक टेस्ट दीजिए। जितना हो सके MCQs एमसीक्यू हल करें। Prelims 2025 आराम से दें।
प्रीलिम्स 2025 के बाद मेन्स 2025 तक
आपने पिछले 18 महीनों में हर चीज़ का मेहनत से अध्ययन किया है और पाठ्यक्रम में उल्लिखित सभी चीज़ों को कवर किया है। अब सब कुछ फिर से रिवाइज करें। पिछले साल के मेन्स पेपर को हल करना शुरू करें।
यूपीएससी मेन्स के पिछले 10 वर्षों के प्रश्नपत्रों को पूरा करने का प्रयास करें। जून से मेन्स टेस्ट सीरीज़ में शामिल हों और हर हफ्ते एक पेपर लिखें।
इस समय अवधि के दौरान, 75 प्रतिशत समय अध्ययन और 25 प्रतिशत समय लेखन को समर्पित करें।
मेन्स 2025 आराम से दें और इसके बाद, आप अपने चुने हुए रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त रूप से प्रबुद्ध हो जाएंगे।