UPSC Success story 2023: यूपीएससी की परीक्षा मुश्किल परीक्षा में से एक हैं, लेकिन कुछ उम्मीदवार ऐसे होते हैं जो इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं। आज हम जिस लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं, वह उन खास उम्मीदवारों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी परेशानियों को सफलता के आड़े नहीं आने दिया। आइए जानते हैं अखिला बी एस के बारे में।
अखिला बी एस का यूपीएससी की सफर आसान नहीं था। उन्होंने इस दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। बता दें, 2023 में यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा में 760वीं रैंक के साथ अखिला बी एस ने यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। परीक्षा के दौरान उनका एक हाथ नहीं था, लेकिन अखिला ने खुद को कभी भी औरों से अलग नहीं समझा और जी जान से यूपीएससी की तैयारी की।
जब दुर्घटना में चला गया एक हाथ
एक सरकारी हाई स्कूल के पूर्व हेडमास्टर की बेटी अखिला साल 2000 मं एक बस दुर्घटना की शिकार हो गई थी। इस दुर्घटना में वह अपना दाहिना हाथ खो चुकी थी। परिवार वाले बेटी के इस हादसे से काफी दुखी थे। उनके परिवार ने जर्मनी में मेडिकल स्पेशलिस्ट से बात भी की थी, लेकिन उनके हाथ से जुड़ी समस्या हल नहीं हो सकी। जिसके बाद उन्होंने मान लिया कि जीवनभर एक हाथ के साथ ही जिंदगीभर रहना होगा। जब दुर्घटना के कुछ समय बाद वह ठीक हुई तो उन्होंने खुद को समझाया और बाएं हाथ से अपने कार्य करना शुरू कर दिया। बता दें, उन्होंने अपनी यूपीएससी की परीक्षा भी बाएं हाथ ले लिखी थी।
स्कूल के दिनों में अखिला पढ़ाई में काफी अच्छी थी। कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उन्होंने अच्छे ग्रेड के साथ पास की थी। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन की और फिर बाद में आईआईटी मद्रास से इंटीग्रेटेड एमए की डिग्री हासिल की। बता दें, उन्होंने काफी पहले सोच लिया था कि वह यूपीएससी परीक्षा में शामिल होगी, जिसके लिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।
तैयारी करने से पहले उन्होंने अच्छे से यूपीएससी परीक्षा का पूरा सिलेबस समझा और फिर सभी विषयों को पढ़ने के लिए एक टाइम टेबल सेट किया। बता दें, यूपीएससी परीक्षा में सफलता मिलने से पहले उन्हें तीन बार हार का मुंह भी देखना पड़ा था। अपने पहले तीन यूपीएससी के प्रयासों में, वह तीनों ही बार यूपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन मुख्य परीक्षा क्लियर नहीं कर पाई थी।
अखिला ने एक इंटरव्यू में कहा था, कि साल 2019 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी और 2020, 2021 और 2022 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी। वह तीनों ही बार प्रीलिम्स परीक्षा पास कर पाई थी, लेकिन मुख्य परीक्षा में फेल हो गई। साल 2023 में आखिरकार उन्होंने चौथे प्रयास में सफलता हासिल कर ली थी।
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान आने वाली चुनौतियों पर बोलते हुए अखिला ने कहा कि परीक्षा की तैयारी के लिए जबरदस्त मेहनत के साथ-साथ कई उतार-चढ़ाव का भी अनुभव करना पड़ता है, लेकिन ये आपके मुश्किल वक्त का एक फेज होता है, जो पता है गुजर जाएगा।
बता दें, अखिला ने एक हाथ के साथ ही इस परीक्षा की तैयारी शुरू की और परीक्षा में शामिल भी हुई। उन्होंने कहा, परीक्षा की तैयारी के दौरान मुझे लंबे समय तक सीधे बैठना भी बहुत मुश्किल लगता था। परीक्षा में लगातार तीन से चार घंटे तक बैठना मेरे लिए एक कठिन काम बन गया था। मेरे लिए समस्या तीन या चार घंटे तक लिखना था। मैं थक जाती थी और मेरा शरीर दर्द करता था। मुख्य परीक्षा के लिए मुझे तीन दिनों तक लगातार लिखना पड़ता था। यह मेरे लिए एक चुनौती थी, जिसे मैंने अपने कठिन परिश्रम के साथ जीत लिया है।