UPSC Success Story 2023: हर साल लाखों उम्मीदवार आईएएस, आईएफएस और आईपीएस बनने के लिए UPSC की परीक्षा में शामिल होते हैं। उनमें से केवल कुछ ही उम्मीदवार इस परीक्षा में सफल होते हैं। वहीं कुछ ऐसे उम्मीदवार भी होते हैं, जो इस परीक्षा के एक से अधिक बार पास कर लेते हैं। आज हम एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं। जो यूपीएससी परीक्षा में लगातार तीन बार सफल हुए हैं।
इन शख्स का नाम हैं IAS अधिकारी जिवानी कार्तिक नागजीभाई, जो गुजरात के रहने वाले हैं। वह शुरू से ही एक IAS अधिकारी बनना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने IPS का पद भी छोड़ दिया था।
ये है कार्तिक की शैक्षणिक योग्यता
कार्तिक जिवानी ने आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई गुजराती मीडियम स्कूल से की थी। इसके बाद उन्होंने एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन ले लिया था। कक्षा 12वीं पास करने के बाद वह जेईई मेन और एडवांस्ड परीक्षाओं में शामिल हुए थे। दोनों परीक्षाओं में पास होने के बाद कार्तिक ने आईआईटी बॉम्बे में मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लिया।
जब कार्तिक अपने बीटेक कोर्स के फाइनल ईयर में थे, तभी उन्होंने IAS अधिकारी बनवे का निर्णय ले लिया था। जिसके बाद उन्होंने साल 2016 में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी।
यूपीएससी की एक साल की तैयारी के बाद उन्होंने साल 2017 में पहली बार परीक्षा दी, लेकिन असफल रहे। जिसके बाद वह साल 2018 में यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए। इस बार उन्होंने 94रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। जिसमें उनका चयन IPS पद के लिए हुआ। वह IAS बनने से सिर्फ दो रैंक पीछे थे।
साल 2018- UPSC 94 रैंक
जब उनका सिलेक्शन IPS पद के लिए हुआ, उन्होंने आईपीएस ट्रेनिंग भी शुरू कर दी थी, लेकिन इस बीच IAS बनने के लिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी करते रहे। अब कार्तिक ने तीसरी बार परीक्षा देने का फैसला किया, जबकि उनकी IPS ट्रेनिंग चल रही थी। बता दें, IPS की ट्रेनिंग सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में होती है। यहां से कुछ दिनों की छुट्टी लेकर वह साल 2019 में यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें उन्होंने 84रैंक हासिल की और इस बार भी वह IPS पद के लिए चुने गए थे।
साल 2019- UPSC 84 रैंक
जहां उम्मीदवारों का एक बार यूपीएससी की परीक्षा क्लियर नहीं होती, वहीं कार्तिक जिवानी ने दो बार यूपीएससी की परीक्षा को क्लियर कर लिया था और दोनों बार ही IPS पद के लिए चुने गए थे। हालांकि वह शुरू से ही IAS अधिकारी बनना चाहते थे। जिसके बाद उन्होंने चौथी बार परीक्षा में बैठने का निर्णय लिया।
बता दें, वह अपनी IPS ट्रेनिंग के दौरान खाली समय में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी किया करते थे। उनकी मेहनत रंग लाई और साल 2020 में यूपीएससी में 8वीं रैंक हासिल कर IAS पद के लिए चुने गए। उनके पिता के मुताबिक, उन्होंने यूपीएससी परीक्षा देने के लिए आईपीएस ट्रेनिंग से 15 दिन की छुट्टी ली थी।
कार्तिक ज्यादातर रात में पढ़ाई किया करते थे। वह अपनी तैयारी के लिए केवल किताबों पर निर्भर नहीं रहे, बल्कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए ऑनलाइन मिलने वाले स्टडी मैटेरियल और बहुत सारे नोट्स की मदद ली थी।
कार्तिक ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह हार्ड वर्क की बजाय स्मार्ट वर्क को ज्यादा तवज्जों देते हैं। इसी स्मार्ट वर्क के चलते कार्तिक ने साल 2018, 2019 और 2020 में लगातार यूपीएससी की परीक्षा पास कर दो बार IPS और एक बार IAS के पद के लिए चुने गए थे।
साल 2020- UPSC 8वीं रैंक