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UPSC Story: भारत में आईएएस अधिकारी बनने के लिए यूपीएससी को क्लियर करना पड़ता है। ये तो हम सभी जानते हैं, इस परीक्षा को सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना गया है। जिसे क्लियर करने के लिए उम्मीदवार को कई घंटों तक मन लगाकर पढ़ाई करनी पड़ती है।
हर साल, लाखों उम्मीदवार आईएएस, आईएफएस, आईपीएस और आईआरएस बनने के लिए परीक्षा देते हैं। उनमें से कुछ ही उम्मीदवार इस प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो पाते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी उम्मीदवार होते हैं, जो आईएएस अधिका बन जाते हैं, लेकिन भारत के बच्चों के लिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ जाता है।
आज हम बात कर रहे हैं पूर्व आईएएस अधिकारी अरुण कुमार के बारे में बात करेंगे जिन्होंने वंचित (अनप्रिवलिज्ड्) यूपीएससी उम्मीदवारों को पढ़ाने के लिए आईएएस की नौकरी से इस्तीफा दे दिया। आइए विस्तार से जानते हैं उनके बारे में।
सबसे पहले आपको बता दें, साल 1994 बैच के आईएएस अधिकारी अरुण कुमार ने अपना पद छोड़ दिया था और अब उन छात्रों को मुफ्त कोचिंग शिक्षा प्रदान कर रहे हैं जो महंगी कोचिंग सेंटर की फीस नहीं भर पा रहे हैं।
अरुण कुमार का मानना है, अगर कोई व्यक्ति परीक्षा पास करने में सक्षम हैं तो वह गरीबी के कारण नहीं चूकना चाहिए। बता दें, बिहार के गंगा तट पर, वह यूपीएससी के उम्मीदवारों को मुफ्त कोचिंग देते हैं।
आपको बता दें, यूपीएससी की परीक्षा में तीन चरण होते हैं, प्रीलिम्स, मेंस और इंरव्यू। हर साल इस परीक्षा में लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, जिनसे में कुछ ही IAS, IPS समेत अन्य पद हासिल कर पाते हैं।